आज के समय में पेट्रोल की बढ़ती कीमतें, प्रदूषण की समस्या और कम मेंटेनेंस की चाह ने Electric Scooter को लोगों की पहली पसंद बना दिया है। शहरों में रोज़मर्रा की आवाजाही के लिए इलेक्ट्रिक स्कूटर एक स्मार्ट और किफायती विकल्प बनकर उभरा है।
लेकिन सिर्फ ट्रेंड देखकर या किसी के कहने पर इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीद लेना समझदारी नहीं है। सही जानकारी के बिना लिया गया फैसला बाद में पछतावे का कारण बन सकता है।
इसलिए अगर आप भी इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने की सोच रहे हैं, तो ये 5 ज़रूरी बातें जानना आपके लिए बेहद जरूरी है।

1. बैटरी और उसकी रेंज – सबसे अहम फैक्टर
इलेक्ट्रिक स्कूटर का दिल उसकी बैटरी होती है। बैटरी जितनी बेहतर होगी, स्कूटर उतना ही भरोसेमंद होगा।
बैटरी के प्रकार
- Lithium-ion Battery – हल्की, लंबी उम्र, जल्दी चार्ज
- Lead Acid Battery – सस्ती, लेकिन भारी और कम टिकाऊ
आज के समय में Lithium-ion बैटरी को ही सबसे बेहतर माना जाता है।
रेंज क्यों ज़रूरी है?
रेंज का मतलब है कि एक बार फुल चार्ज करने पर स्कूटर कितने किलोमीटर चलेगा।
- अगर आपकी रोज़ की यात्रा 20–30 km है → 70–80 km रेंज काफी है
- अगर रोज़ लंबा सफर करते हैं → 100 km+ रेंज वाला स्कूटर लें
ध्यान रखें:
कंपनियां जो रेंज बताती हैं, वह आदर्श परिस्थितियों में होती है। असल ज़िंदगी में रेंज थोड़ी कम हो सकती है।
2. चार्जिंग टाइम और चार्जिंग सुविधा
इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदते समय सिर्फ रेंज ही नहीं, बल्कि चार्जिंग टाइम भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
चार्जिंग से जुड़ी जरूरी बातें
- फुल चार्ज होने में कितना समय लगता है?
- 3–4 घंटे (फास्ट चार्जिंग)
- 5–7 घंटे (नॉर्मल चार्जिंग)
- क्या बैटरी रिमूवेबल है?
- अगर हाँ, तो आप घर या ऑफिस में आसानी से चार्ज कर सकते हैं
चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर
- आपके इलाके में चार्जिंग स्टेशन हैं या नहीं
- इमरजेंसी में चार्ज करने का विकल्प
अगर आपके पास घर में चार्जिंग की सुविधा है, तो रेंज एंग्ज़ायटी काफी हद तक खत्म हो जाती है।

3. कीमत, सब्सिडी और कुल खर्च
कई लोग सिर्फ स्कूटर की ऑन-रोड कीमत देखकर फैसला कर लेते हैं, जो कि सही तरीका नहीं है।
कीमत से जुड़ी चीज़ें
- एक्स-शोरूम प्राइस
- सरकारी सब्सिडी (FAME-II या राज्य सरकार)
- रजिस्ट्रेशन और इंश्योरेंस
मेंटेनेंस और रनिंग कॉस्ट
- पेट्रोल स्कूटर की तुलना में:
- बहुत कम मेंटेनेंस
- प्रति किलोमीटर खर्च बेहद कम
उदाहरण:
- पेट्रोल स्कूटर: ₹2–3 प्रति km
- इलेक्ट्रिक स्कूटर: ₹0.25–0.40 प्रति km
शुरुआत में कीमत थोड़ी ज्यादा लग सकती है, लेकिन लंबे समय में इलेक्ट्रिक स्कूटर सस्ता साबित होता है।
4. स्पीड, पावर और सेफ्टी फीचर्स
हर इलेक्ट्रिक स्कूटर एक जैसा नहीं होता। कुछ सिर्फ शहर के अंदर के लिए होते हैं, तो कुछ हाई-स्पीड कैटेगरी में आते हैं।
स्पीड और मोटर पावर
- लो-स्पीड स्कूटर:
- 25 km/h तक
- बिना लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन
- हाई-स्पीड स्कूटर:
- 70–100 km/h
- लाइसेंस और हेलमेट जरूरी

सेफ्टी फीचर्स पर ध्यान दें
- डिस्क ब्रेक या CBS
- अच्छी सस्पेंशन क्वालिटी
- टायर ग्रिप
- वाटर और डस्ट प्रोटेक्शन (IP Rating)
सस्ते स्कूटर में सेफ्टी से समझौता न करें।
5. सर्विस, वारंटी और ब्रांड की भरोसेमंदी
इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदना सिर्फ गाड़ी लेना नहीं, बल्कि एक लॉन्ग-टर्म कमिटमेंट है।
खरीदने से पहले जांचें
- आपके शहर में सर्विस सेंटर है या नहीं
- बैटरी पर कितनी वारंटी मिल रही है (आमतौर पर 3–5 साल)
- स्पेयर पार्ट्स आसानी से मिलते हैं या नहीं
लोकल बनाम ब्रांडेड
- अनजान ब्रांड सस्ते हो सकते हैं
- लेकिन सर्विस और बैटरी रिप्लेसमेंट में दिक्कत आ सकती है
हमेशा ऐसे ब्रांड चुनें जिनका नेटवर्क और कस्टमर सपोर्ट अच्छा हो।
इलेक्ट्रिक स्कूटर किसके लिए बेस्ट है?
- स्टूडेंट्स
- ऑफिस जाने वाले लोग
- डिलीवरी और लोकल बिजनेस
- महिलाएं और सीनियर सिटीज़न
6. बैटरी की सेफ्टी और आग लगने का रिस्क समझें
हाल के समय में इलेक्ट्रिक स्कूटर से जुड़ी बैटरी आग की खबरें सामने आई हैं, इसलिए यह टॉपिक बहुत ज़रूरी हो जाता है।
क्या जांचना चाहिए?
- बैटरी AIS 156 सेफ्टी स्टैंडर्ड पर खरी उतरती है या नहीं
- ओवरचार्ज प्रोटेक्शन सिस्टम है या नहीं
- थर्मल मैनेजमेंट सिस्टम (TMS) मौजूद है या नहीं
हमेशा कंपनी द्वारा दिया गया ऑरिजिनल चार्जर ही इस्तेमाल करें।

7. बारिश और पानी में स्कूटर कितना सुरक्षित है? (IP Rating)
भारत में मानसून को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
IP Rating क्या होती है?
- IP67 / IP65 – पानी और धूल से बेहतर सुरक्षा
- कम IP Rating = ज्यादा रिस्क
अगर आप बारिश में स्कूटर चलाते हैं, तो IP Rating ज़रूर चेक करें।
8. लोड कैपेसिटी और सीट कंफर्ट
अक्सर लोग इस पॉइंट को नजरअंदाज कर देते हैं।
क्यों ज़रूरी है?
- रोज़मर्रा के इस्तेमाल में:
- दो लोग
- बैग या सामान
ध्यान दें
- स्कूटर की लोड कैपेसिटी
- सीट की चौड़ाई और कुशनिंग
- पीछे बैठने वाले के लिए फुटरेस्ट
9. मोबाइल ऐप और स्मार्ट फीचर्स
आज के इलेक्ट्रिक स्कूटर सिर्फ गाड़ी नहीं, बल्कि स्मार्ट व्हीकल बन चुके हैं।
स्मार्ट फीचर्स में क्या देखें?
- मोबाइल ऐप कनेक्टिविटी
- बैटरी स्टेटस और रेंज
- GPS और एंटी-थेफ्ट अलार्म
- रिमोट लॉक/अनलॉक
टेक-सेवी यूज़र्स के लिए ये फीचर्स बहुत काम के हैं।
10. रीसेल वैल्यू और सेकेंड हैंड मार्केट
बहुत कम लोग इलेक्ट्रिक स्कूटर की रीसेल वैल्यू के बारे में सोचते हैं।
हकीकत क्या है?
- ब्रांडेड स्कूटर की रीसेल बेहतर होती है
- बैटरी की हालत रीसेल में सबसे अहम रोल निभाती है
अगर आप 3–4 साल बाद स्कूटर बदलने का सोचते हैं, तो यह पॉइंट ज़रूर ध्यान रखें।
11. पेट्रोल स्कूटर से तुलना करना क्यों ज़रूरी है?
खरीदने से पहले खुद से ये सवाल पूछें:
- मेरी रोज़ की रनिंग कितनी है?
- चार्जिंग सुविधा है या नहीं?
- मैं कितने साल स्कूटर रखना चाहता हूँ?
छोटी तुलना
- पेट्रोल स्कूटर → लंबी दूरी, ज़्यादा खर्च
- इलेक्ट्रिक स्कूटर → कम दूरी, कम खर्च, इको-फ्रेंडली
12. इलेक्ट्रिक स्कूटर से जुड़े आम मिथक
मिथक 1: इलेक्ट्रिक स्कूटर कमजोर होते हैं
सच्चाई: नए मॉडल पावर और पिकअप में काफी बेहतर हैं
मिथक 2: बैटरी जल्दी खराब हो जाती है
सच्चाई: सही इस्तेमाल से बैटरी 5–7 साल चल सकती है
मिथक 3: चार्जिंग बहुत मुश्किल है
सच्चाई: घर में चार्जिंग सबसे आसान विकल्प है
13. इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने का सही समय
- फेस्टिव सीजन (दिवाली, धनतेरस)
- साल की शुरुआत या एंड
- नई सब्सिडी अनाउंसमेंट के बाद
इस समय ऑफर्स और डिस्काउंट ज्यादा मिलते हैं।
14. पहली बार इलेक्ट्रिक स्कूटर लेने वालों के लिए एक्स्ट्रा टिप्स
- टेस्ट राइड ज़रूर लें
- बैटरी वारंटी लिखित में लें
- यूज़र रिव्यू पढ़ें
- बहुत सस्ते ऑफर से सावधान रहें
निष्कर्ष: सही जानकारी = सही फैसला
इलेक्ट्रिक स्कूटर भविष्य का वाहन है, लेकिन सही मॉडल चुनना बेहद ज़रूरी है।
अगर आप बैटरी, रेंज, चार्जिंग, कीमत, सेफ्टी और सर्विस—इन 5 बातों को ध्यान में रखकर फैसला लेते हैं, तो आपका अनुभव शानदार रहेगा।
याद रखें:
सस्ता नहीं, सही इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदें।